गुजरात दंगे वर्ष १९८४ के सिक्ख-विरोधी दंगों की तरह थे

सच्चाई: इन दोनों दंगों में ज़मीन-आसमान का फ़र्क़ था। न सिर्फ़ दोनों दंगों के स्वरूप में काफ़ी बड़ा अंतर था, बल्कि इन दंगों से निपटने के सरकार के तरीक़े में भी बड़ा फ़र्क़ था। इनका अंतर क्या था, इसे हम विस्तृत रूप अगले अध्याय में विस्तार से देखेंगे।

मनगढ़ंत कथा

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